एनसीएल खड़िया संविदा कार्य कर रही स्टार ओ.एंड.एम की मनमानी
एनसीएल. खड़िया परियोजना के अंतर्गत कार्यरत स्टार ओ.एण्ड.एम. ग्रुप (ओ.एण्ड.एम. इंजिनियरिंग) कम्पनी द्वारा आये दिन मजदूरो पर किये जाने वाले शोषण का मुद्दा एक बार फिर गर्म हो गया है।
छात्र नेता मुकेश सिंह ने
मजदूरो की समस्याओं को लेकर एक बार फिर मुख्य महाप्रबंधक खड़िया को आगाह किया है।
अपने पत्र में उन्होंने संविदा मजदूर एनसीएल. खड़िया परियोजना में कार्यरत सी.एच.पी.के मजदूरो की समस्याओं का मुद्दा उठाया है।
मुकेश सिंह का कहना है कि सन् 2020 से मजदूर सीएचपी में काम करते आ रहे है, कंपनी विगत कुछ वर्षों से मजदूरों का लगातार शोषण कर रही है।
उन्होंने पत्र में जिक्र किया है कि इससे पूर्व में भी मजदूरों के शोषण के मामले में दो लोगो को जेल भेज दिया गया है वही कम्पनी पुनः एक वर्षो के बाद मजदूरों को नये नये तरीके से आये दिन शोषण किया जा रहा है आरोप है कि सीएचपी में लगे मजदूरो को कंपनी के सुपरवाइजर द्वारा दबंग तरीके से काम कराने का दबाव बनाया जा रहा है वही मजदूर अपने हक कि आवाज उठाये तो उन्हे कंपनी प्रबंधन द्वारा काम पर आने से मना कर दिया जाता है।
मुकेश सिंह ने एनसीएल खड़िया मुख्य महाप्रबंधक से मजदूरों के साथ हो रहे अन्याय की उच्च स्तरीय जाँच की मांग की है।
मजदूरों की मुख्य समस्यायें क्या है?
मजदूरों का वेतन समय पर न मिलना।
मजदूरों का 2022-2023 का लीव का पैसा न मिलना।
पद के अनुरूप कार्य न कराना व सुरक्षा उपकरण का ना दिया जाना।
राष्ट्रीय अवकाश का पैसा न मिलना।
कंपनी के सुपरवाइजर द्वारा काम से बैठा देने की धमकी व अपशब्दों का प्रयोग करना।
मजदूरों को जबरन अवकाश देना
मजदूरो को 22 से 24 दिन काम देना।
कुछ मजदूरो से 12 घण्टे काम कराना।
बिना गलती के बैठा देना
वेतन की भुगतान कि जांच हो।
बैंक पास बुक के अनुसार से वेतन उनके कार्य दिन के अनुसार आ रहा है, या नही इसकी उच्चस्तरीय जांच हो
मजदूरों की शिकायत ये भी है कि 22-24 दिन कम्पनी के दबाव मे काम करते है लेकिन एनसीएल. मे 26-28 हाजरी लग रही है इसकी भी उच्च स्तरीय जाँच हो।