पूरा मामला देवसर स्वास्थ्य केंद्र का है जहां कल देर रात करीब 2 बजे महिला ने नवजात बच्ची की जन्म दिया था। जिसके बाद महिला की स्थिति गंभीर हो गई थी आज सुबह गंभीर स्थिति हो जाने के बाद देवसर से महिला को रेफर कर दिया गया जहां सुबह 10:00 बजे ट्रामा सेंटर में एडमिट कराया गया और इलाज के दौरान महिला की मौत हो गई।
महिला की मौत पर मृतक के परिजनों ने डॉक्टर और नर्स पर उपचार में लापरवाही करने का आरोप लगाया है इस मामले में डॉक्टर के द्वारा जानकारी दी गई कि महिला पहले से ही ऐनिमिक थी जिसमें महज 3 ग्राम ब्लड था जो काफी गंभीर स्थिति में महिला का उपचार किया जा रहा था आज ट्रामा सेंटर में डॉक्टरों ने मरीज को बचाने के लिए प्रयास किया लेकिन उपचार के दौरान महिला की मौत हो गई जबकि नवजात शिशु की स्थिति ठीक बताई जा रही है। सिंगरौली में महिलाएं लगातार हो रही हैं एनीमिक केंद्र सरकार की नीति आयोग की टीम ने सिंगरौली जिले का 2018 में दौरा किया था जिसमें प्रदूषण से कई तरह की कुपोषण होने पर चिंता जताई थी इसके रोकथाम के लिये नीति आयोग ने सिंगरौली जिले के औद्योगिक कंपनियों मुख्य रुप से एनटीपीसी, एनसीएल, सहित जिले की अन्य कंपनियों को जिला प्रशासन के माध्यम से आदेश दिया की 100 चिन्हित गांव में विकास करना है, जिसमें पोषण भी मुख्य रूप से शामिल था। क्योंकि जिले में भयंकर प्रदूषण के चलते गर्भवती महिलाएं लगातार एनीमिया का शिकार हो रही हैं उन महिलाओं को पोषण से संबंधित हेल्थ न्यूट्रीशियन वितरित करने और जरूरी जांच और दवाइयां वितरण करने की बात कही गई थी लेकिन जिला प्रशासन व स्थानीय जनप्रतिनिधि नियम को लागू कराने में असफल